Saturday, 23 January 2016

Na Jane Kab Wo Haseen Raat Hogi,
Jab Unki Nigahe Humari Nigaho Ke Saath Hogi,
Baithe Hai Hum Uss Raat Ke Intezaar Main,
Jab Unke Hontho Ki Surkhiya Hamare Honthon Ke Saath Hogi.
Saans Tham Jati Hai Par Jaan Nahi Jati,
Dard Hota Hai Par Aawaz Nahi Aati,
Ajeeb Log Hai Is Zamane Main,
Koi Bhul Nahi Pata Aur Kisi Ko Yaad Nahi Aati.
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है।
उन्हे कैसे समझाऊ की एक ख्वाब अधुरा है मेरा… वरना जीना तो मुझे भी आता है

अनजान अपने आप से वह शख्स रह गया..
जिसने उमर गुज़ार दी औरों की फ़िक्र में..

आज मेरा दोस्त मुझसे रूठा है
मेरे सब्र का बाँध भी अब टूटा है
वो मुझे मिला ही कब था इस जमाने में
जो मैं ये सोंचता हूँ की वो मुझसे छूटा है
गम को बेचकर खुशी खरीद लेगे,
ख्याबो को बेचकर जिन्दगी खरीदलेगें,
होगी इम्तहान तो देखेगी दुनिया,
खुद को बेचकर आपकी दोस्ती खरीद लेगे!!



सूख गए फूल पर बहार वही है,
दूर रहते हो पर प्यार वही है,
जानते है हम मिल नही पा रहे है आपसे,
मगर इन आँखों मे मोहब्बत का इंतज़ार वही हैं।