गुमसुम हैं अँखियाँ, खोई हैं बतियाँ,
राह में तारे, सँजोये हैं रतियाँ,
जगमग है, रौशन है, ख़्वाब हमारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
राह में तारे, सँजोये हैं रतियाँ,
जगमग है, रौशन है, ख़्वाब हमारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
सागर की लहरों में, पानी तड़पता है,
पर्वत के झरने से, दिन रात बहता है,
आँखों का पानी ये, मोती तुम्हारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
पर्वत के झरने से, दिन रात बहता है,
आँखों का पानी ये, मोती तुम्हारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
एक अनसुनी सी, ये घाटी है कहती,
चंचल सी इसमें, मयूरी है रहती,
सिली सी चादर है, पलकें बिसारे,
चंचल सी इसमें, मयूरी है रहती,
सिली सी चादर है, पलकें बिसारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
मेघा सुलघती, कोयल सी कहती,
कूके सुरीली, विरही सुबकती,
प्यारा सा बंधन है, बाहें पसारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
कूके सुरीली, विरही सुबकती,
प्यारा सा बंधन है, बाहें पसारे,
एक तुम आ जाओ तो, जी लूँ मैं सारे !
ritesham shastri