नीम पे ज्यों झूला डारो, पींग बढ़ाई घूम कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
बहना झूले, भाभी झूले, झूले मोरी मईया
हँसी-ठिठोली करता घूमे, छैला बन मेरो भईया,
सावन की मल्हारें गांवें, पूआ खांवें फूल कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
हँसी-ठिठोली करता घूमे, छैला बन मेरो भईया,
सावन की मल्हारें गांवें, पूआ खांवें फूल कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
(दृश्य भाभी )
साल बाद भईया लौटो है, काम काज कछु करिकै,
भाभी, होय रुवासू झोटा दै रई, दिल पे बटनिया धरिकै,
देखें ननद कूँ- लाड़-प्यार ते, भईया कूँ - कनखीयन ते घूर कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
साल बाद भईया लौटो है, काम काज कछु करिकै,
भाभी, होय रुवासू झोटा दै रई, दिल पे बटनिया धरिकै,
देखें ननद कूँ- लाड़-प्यार ते, भईया कूँ - कनखीयन ते घूर कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
(दृश्य बहन )
बहन मेरी है गयी सियानी, जब ते गोद भरी है,
मेहंदी लगावै, रोय के दिखावै, माँ के गले परी है,
शरम दिखाई कै, झूल रही है, आँख चुराये जान-बूझ कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
बहन मेरी है गयी सियानी, जब ते गोद भरी है,
मेहंदी लगावै, रोय के दिखावै, माँ के गले परी है,
शरम दिखाई कै, झूल रही है, आँख चुराये जान-बूझ कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
(दृश्य माँ )
चौमासे की खुशियाँ देख, मईया फूल कें है गयी कुप्पा,
नज़र उतारे, बलैया हारे, घूरें सब कूँ चुप्पा चुप्पा,
घेवर बांटे, बूरा बांटे, तीजें गांवें धूम से,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
चौमासे की खुशियाँ देख, मईया फूल कें है गयी कुप्पा,
नज़र उतारे, बलैया हारे, घूरें सब कूँ चुप्पा चुप्पा,
घेवर बांटे, बूरा बांटे, तीजें गांवें धूम से,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
सावन के सब रास रंग, घर-घर में लगो है मेला,
झूला झूल के सब प्रसन्न है, रह्यो न कोई अकेला,
बदरी छावें, बरखा आवें, निबौरी खावें घूम कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
झूला झूल के सब प्रसन्न है, रह्यो न कोई अकेला,
बदरी छावें, बरखा आवें, निबौरी खावें घूम कै,
अरे ! घिर घिर आयो, घिर घिर आयो, आयो सावन झूम कै !
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